जय किसान आंदोलन ने दैनिक MSP एलर्ट के लॉन्च की घोषणा की।

जय किसान आंदोलन(स्वराज अभियान)
प्रेस नोट: 2 अप्रैल 2018
 
जय किसान आंदोलन ने दैनिक MSP एलर्ट के लॉन्च की घोषणा की।
 
– MSP एलर्ट एक नई पहल है जिसके माध्यम से मीडिया, कृषि शोधार्थियों, नीति निर्माताओं और सभी नागरिकों के लिए यह जानकारी जुटाई जाएगी कि किसानों को उनकी फसलों पर MSP मिल रहा है या नहीं। प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री ने यह घोषणा की है कि वे सुनिश्चित करेंगें कि किसानों को उनकी फसलों पर MSP मिले। देश को यह जानना और समझना चाहिए कि क्या किसानों के साथ कृषि मंडियों में धोखा कर उन्हें लूटा जा रहा है: योगेन्द्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया।
 
– MSP एलर्ट सरकार द्वारा प्रकाशित आँकड़ों, विश्वसनीय मीडिया/शोध सूत्रों प्रदत्त जानकारी से संकलित किया जाएगा; यह निरंतर गहराते जा रहे कृषि संकट पर सरकार और देश को एलर्ट करने का माध्यम है: अविक साहा, राष्ट्रीय संयोजक, जय किसान आंदोलन
दिल्ली, 2 अप्रैल 2018: स्वराज अभियान द्वारा गठित किसान संगठनों के मंच जय किसान आंदोलन ने MSP एलर्ट के लॉन्च की घोषणा की- यह  MSP संबंधी आँकड़ों को प्रतिदिन जुटाने व प्रकाशित करने के लिए एक नई पहल है, जिससे यह पता चल सकेगा कि किसानों को सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल रहा है अथवा नहीं और किसानों को उनकी फसलों के लिए वास्तव में मंडियों और सरकारी खरीद केंद्रों में क्या मूल्य हासिल हो रहा है।
हर सुबह, MSP एलर्ट प्रमुख व विश्वसनीय मीडिया/शोध स्त्रोतों व सरकारी स्त्रोतों से सूचनाएँ एकत्रित कर देश भर के लिए यह खबर लेकर आएगा कि सरकार ने किसान को क्या वादा किया था और किसानों को उनकी फसलों के लिए देश की विभन्न कृषि मंडियों में वास्तव में मिल क्या रहा है।
MSP एलर्ट प्रतिदिन स्वराज इंडिया, स्वराज अभियान, जय किसान आंदोलन, योगेन्द्र यादव, आदि के ट्विटर और फ़ेसबुक हैंडल्स जैसे सोशल मीडिया मंचों  पर प्रकाशित होगा।
जय किसान का सवाल: अब जबकि कृषि बाज़ार का मौसम अपने चरम पर है तब MSP की जमीनी हकीकत क्या है? क्या किसानों को MSP मिल रहा है? पिछले तीन सप्ताह से जय किसान आंदोलन व अन्य सनगठनों का MSP सत्याग्रह दल 7 राज्यों की कृषि मंडियों का दौरा कर चुका है और ऐसा पाया गया कि देश की किसी भी मंडी में किसानों को MSP नहीं मिल रहा है। आज यह घोषणा किए हुए प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को दो महीने हो गए कि किसानों को MSP मिलेगा, उन्होंनें कहा था कि वो यह सुनिश्चित करेंगें कि किसानों को MSP मिले। इसीलिए, यह देश के लिए जानना बेहद जरूरी है कि किसानों को उनकी फसलों का सरकार द्वारा घोषित मूल्य, जो उनका हक भी है, मिल रहा है कि नहीं।
ज्ञातव्य हो कि आज देश निरंतर गहराते जा रहे कृषि संकट से जूझ रहा है। किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहा है। इस बात पर सर्वसम्मति है कि इस समस्या से उबरने का एक ही तरीका है: किसानों की आय बढ़ानी होगी। किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करने का एक ही तरीका है कि उन्हें उनकी फसलों का उचित दाम मिले, जिसका न्यूनतम स्तर MSP है। MSP किसान आत्महत्या रोकने के सर्वाधिक सशक्त माध्यमों में से एक है।
जय किसान आंदोलन कृषि मंडियों के निकट रह रहे नागरिकों से अपील करता है कि को मंडियों का दौरा कर किसान को मिल रहे दाम और बाज़ार में उनकी कठिनाइयों का जायज़ा लें। यह सूचना [email protected] पर भेजी जा सकती है। जय किसान आंदोलन प्राप्त विश्वसनीय सूचनाओं का MSP एलर्ट के माध्यम से प्रसारण करेगा। देश को इकठ्ठा होकर किसानों के जीवन और आजीविका को बचाना होगा जिससे देश की आहार संप्रभुता की रक्षा हो सके।

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